बुध 22 जून 2025 को कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं।
इस ब्लॉग में हम आपको बुध का कर्क राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, इसका प्रभाव आपकी राशि पर कैसा पड़ेगा इस बारे में भी बताएंगे। बता दें कि बुध के गोचर का प्रभाव कुछ राशियों के लिए सकारात्मक साबित होगा, तो वहीं कुछ राशि के जातकों को नकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
जानकारी हो कि बुध 22 जून 2025 को कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं।
कर्क राशि में बुध का गोचर का परिणाम
कर्क राशि एक भावुक राशि मानी जाती है और यह चंद्रमा द्वारा शासित होता है। कर्क जल तत्व की राशि है। जब बुध जैसे तर्क और दिमाग से जुड़ा ग्रह भावुक राशि यानी कर्क राशि में आता है, तो दिमाग और दिल के बीच खींचतान शुरू हो जाती है। इस दौरान व्यक्ति थोड़ा ज्यादा भावुक हो सकता है। सोचने-समझने में दिल की बातें ज्यादा हावी हो सकती है। आप खुद के अंदर झांकने और आत्ममंथन करने में अच्छा कर सकते हैं यानी ये समय खुद को समझने के लिए अच्छा है।
लेकिन यदि आप आपने भावनाओं के बहाव में आकर कोई जल्दबाज़ी या बदले जैसी भावना से कदम उठाया, तो नुकसान भी हो सकता है। इसलिए ये समय सोच-समझकर चलने का है। इस गोचर का प्रभाव आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति पर भी निर्भर करेगा कि ये सामय आपके लिए कितना शुभ और चुनौतीपूर्ण रहेगा।
बुध का कर्क राशि में गोचर: उपाय
बुध को प्रसन्न करने के लिए हर बुधवार को हवन करें।
भगवान गणेश की पूजा करें और हर सुबह पूजा के दौरान उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
युवाओं का सम्मान करें और उनकी शिक्षा का समर्थन करने के लिए गरीब और जरूरतमंद को यूनिफॉर्म या स्टेशनरी दान करें।
रुद्राभिषेक करें क्योंकि बुध वर्तमान में चंद्रमा की राशि में है और भगवान शिव की पूजा करना चंद्रमा को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है।
अपनी भावनाओं को संतुलित रखने और शांति प्राप्त करने के लिए ध्यान और नाड़ी शोधन अभ्यास में शामिल हों।