समाज

ज्ञान ही ब्राह्मण की सबसे बड़ी संपत्ति है और संघटन ही शक्ति

संघटन ही शक्ति है

ज्ञान ही ब्राह्मण की सबसे बड़ी संपत्ति है,

 संगठन ही उसकी सबसे बड़ी शक्ति।

 

अपनी परम्परा का ज्ञान, जातीय चेतना और आत्मविश्लेषण की त्रिवेणी समाज में प्रवाहित होती रहती है तभी समाज साक्षात् तीर्थराज की भांति प्रतिष्ठित होकर मानवता को मंगलमय बनाता है। ब्राह्मणत्व जगेगा तभी राष्ट्र जगेगा। एक नई चेतना, स्फूर्ति व सकारात्मक विचारधारा से समाज जब उन्नत होगा तो राष्ट्र स्वतः ही सामर्थ्यवान बन जायेगा । ब्राह्मण समाज के सर्वांगीण विकास हेतु मुक्त एवं अकुण्ठ भाव से विप्र पुनरुत्थान योजनाबद्ध एवं समर्पण के साथ कार्यरत है।

 

न्यायप्रियता ब्राह्मण का सर्वोच्च गुण है। पीड़ित व्यक्ति के प्रति यथासम्भव सहयोग का हाथ बढ़ाना ही मानव धर्म है। किसी भी ब्राह्मण परिवार के साथ कहीं भी अन्याय हो रहा हो तो न्याय के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए अन्याय के विरुद्ध खड़े होना इस उत्तर भारतीय ब्राह्मण समाज संस्था जलंगाव जिल्हे का दृढ़ संकल्प है । जनकल्याण से हमारा अभिप्राय है, असहायों की आर्थिक मदद। असहाय हमारी वो माताएं हैं जिनका कोई सहारा नहीं, वो माएँ हैं जो छोटे बच्चों को पाल नहीं सकती, बहने जिनके सर पर पिता का हाँथ नहीं, वो बच्चे जिनके साथ बड़े भाई या पिता के मजबूत कंधे नहीं। जो दिव्यांग है अथवा बेसहारा हैं उनके लिए संस्था यथा संभव जीवन यापन हेतु व्यवसाय, शिक्षा अथवा विवाह हेतु आर्थिक सहायता के लिए कटिबद्ध है।

 

सम्पूर्ण भारतवर्ष में सनातन सांस्कृतिक समरसता का परिवेश निर्माण करते हुए विभिन्न राष्ट्रीय, सांस्कृतिक तथा सामाजिक उत्सवों पर आयोजन, वैचारिक आदान प्रदान हेतु मेलों, गोष्ठियों का संयोजनाएं संस्कार शिविर आदि इस मंच के इस कार्यक्रम में समाहित है।

 

तथाकथित राजनैतिक दल, असामाजिक तत्व तथा कट्टरपंथी ब्राह्मण विरोधी शक्तियां हमारे ब्राह्मण बंधुओं को यदि अकारण ही त्रास दे रहीं हैं तो हमें संगठित होकर उसका वहिष्कार करना है और बलपूर्वक न्यायिक सीमाओं में रहकर समस्याओं का निराकरण करना है। हर ब्राह्मण की समस्या समाधान हमारे अस्तित्व की लड़ाई होगी।

 

इस उत्तर भारतीय ब्राह्मण समाज संस्था जलंगाव जैसा की इसका प्रथम शब्द प्रमाणित करता है, हम पूर्णरुपेण ब्राह्मण समाज के लिए समर्पित हैं।

 

इस उत्तर भारतीय ब्राह्मण समाज संस्था को बनाने में सभी का प्रथम उद्देश्य सभी ब्राह्मण परिवारों को एकजुट करना है। हमारी सोच यह है के हम सभी को एकजुट करे और हर समस्या का हल निकाल पाने की क्षमता रखने वाला एक ऐसा समाज बनाये, जो सबसे विकसित हो। और इस कार्य को करने के लिए हमारा एकजुट होना बहुत ज़रूरी है। जैसे-जैसे बंधु जुड़ रहे हैं नयी-नयी योजनाये एवं नए सुविचार मिल रहे हैं। आगे आने वाले कुछ ही समय में “ब्राह्मण समाज “का एक ऐसा आदर्श मंच होगा- आपके ब्राह्मण समाज का, आपके सपनो का । मैं सभी ब्राह्मण समाज के लोगों से इस मिशन में समर्थन का अनुरोध करता हूं. इस प्रकार हम फिर से एक “ब्राह्मण समाज ” का निर्माण कर सकते हैं और हमारी आने वाली पीढ़ियाँ के लिए ये एक वरदान होगा और सभी की याद होगी! आप सभी सहयोगियों के प्रति हम ह्रदय से आभारी हूँ जिन्होंने अभी तक अपना सहयोग इस परिवार को दिया। अधिकतर ब्राह्मण समाज के लोग बिखर गए हैं, उन्हें एकजुट करना बेहद जरूरी है।

 

सफलता को संगठन की मजबूती जरूरी है वो मजबूती सिर्फ आपसे है।

 

श्री मोहन अंबिकाप्रसाद तिवारी

मो: नं: ९४२३५५९९२६

            ९८६०७४९६२६

 उत्तर भारतीय ब्राह्मण समाज संस्था जलंगाव जिल्हा (महाराष्ट्र)🚩

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