क्राइम

व्यापारियों का सोना ले कर फरार बंगाली कारीगर

खतरे में भरोसा

खतरे में भरोसा

घोड़ों का चौक में 1500 से ज्यादा बंगाली कारीगर

10 साल में करीब 100 से ज्यादा भाग चुकेकाम अटकाकर व्यापारियों का सोना-चांदी इक‌ट्ठा करते रहे बंगाली कारीगर,

दबाव बढ़ने लगा तो भागेघो

धोड़ों का चौक में 15 साल से घड़ाई कार्य करने वाले दो बंगाली कारीगर भाई परिवार के साथ करीब सवा करोड़ रु. का 80 तोला सोना, 30 – किलो चांदी और 28 लाख कैश लेकर भाग गए।

अंदेशा है कि आरोपी परिवार के साथ जयपुर तक कैब में गए। वहां से आगे उन्होंने फ्लाइट ली और बंगाल गए होंगे। इस मामले में पुलिस ने टीमें आरोपियों के पीछे रवाना की हैं।

हैरानी की बात तो यह है कि घोड़ों का चौक बंगाली कारीगरों से भरा पड़ा है।
यहां पर कोई 20 साल से घड़ाई का काम कर रहा है तो किसी ने यहां पर 15 साल निकाल दिए। घोड़ों का चौक क्षेत्र में 1500 से ज्यादा बंगाली कारीगर काम कर रहे हैं। पिछले 10 साल में करीब 100 से ज्यादा बंगाली कारीगरों द्वारा सोने-चांदी के आइटम चुराकर ले जाने के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि एक साथ करीब सवा करोड़ रुपए के सोने-चांदी के आभूषण और 28 लाख रुपए नकदी चुराकर परिवार के साथ ले गए हैं।
इतने सालों में ना तो पुलिस ने कभी इनका वेरीफिकेशन किया और ना ही उनको किराए पर रखने वाले मालिकों ने उनका वेरीफिकेशन करवाया।

सुनार बोले- बरसों से पहचान थी, यकीन नहीं होता यूं लूटकर भाग गए

किसी का 160 ग्राम सोना तो किसी का 8 लाख तक कैश ले गए

शमीम व नसीम प्रकाश सोनी का 127 ग्राम सोना और 1.60 लाख नकदी

राहुल सोनी से 40 ग्राम फाइन सोना व 3 लाख नकदी

दलपत पालीवाल का 80 ग्राम फाइन सोना और 3 लाख नकदी ,संदीप सोनी के 160 ग्राम सोना ले कर फरार हो गय ।

रामेश्वर नगर निवासी प्रकाश सोनी ने बताया कि बंगाली कारीगर शमीम व नसीम से बरसों की पहचान थी। मेरा करीब 127 ग्राम सोना (11.40 लाख रुपए को) उसे दिया हुआ था। जब सोना कम पड़ जाता तो वह अपने आप ही खरीदकर ले आता। उसके मैं बाजार के हिसाब से उसे रुपए दे देता। मैं दो दिन पहले अपनी बहन के यहां पर नागौर के जायल गया था। वहां से लौटा तो रात को करीब 9.30 बजे शमीम व नसीम के घर गया। मेरे ग्राहक की आड़ पड़ी थी। वह लेकर निकल गया। अगले दिन सुबह ताला लगा था। उसके दो कारीगरों को पूछा। उन्होंने अनभिज्ञता जताई। फोन लगाया वह भी बंद आ रहा था। यकीन नहीं होता कि वे ऐसा करेंगे।

केस 2

एक माह पहले बनाने दिया 49 ग्राम गोल्ड नेकलेस, टालता रहा, अब फरार

परिवादी संकेत बाड़मेरा ने बताया कि उसका 49 ग्राम सोना लेकर बंगाली कारीगर फरार हो गए। इसकी अनुमानित कीमत 5 लाख रुपए है। उसका एक नेकलेस बनाने के लिए 5 मार्च को दिया था। 5 अप्रैल तक भी नहीं लौटाया। दोनों भाई साल 2018 में मेरे संपर्क में आए। इसके बाद से करीब-करीब सारा घड़ाई का काम इनसे ही करवाता था। दोनों भाइयों को कोरोनाकाल में ही काम देना शुरू किया था। इसके बाद कोई भी छोटा-मोटा काम भी इनसे ही करवाता था।

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भागते समय शमीम व नसीम के साथ उनकी पत्नियां व मामा का लड़का इफ्तिहार भी था। 5 अप्रैल की रात ये पूरा परिवार गाड़ी में सामान भर भागता सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था।

फाइन सोना, 94 हजार

निंबाराम का 6 ग्राम फाइन सोना, 7.86 लाख रुपए

रोहित का 50 ग्राम फाइन सोना

उत्तम सोनी का 100 ग्राम फाइन सोना

पंकज सोनी का 160 ग्राम सोने के जेवर व कैश ले भागे।

“इनके अलावा भी कई पीड़ित हैं।

यह समाचार मैने दैनिक भास्कर 9/4/25 से लिया है।
समाचार का उद्देश्य केवल इतना ही है कि हमारे साथ इतनी सारी धोखाधड़ी हो रही है, हमे मूर्ख बनाया जाता है और हम है कि सुधरने का नाम ही नहीं लेते है।
कोई भी आ कर हमारा विश्वास जीत लेता है हम उसपर पूर्ण विश्वास करने लगते है और वो हमे मूर्ख कर चल देता है। और हमारे पास सिर्फ और सिर्फ पश्चाताप बचता है।

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